
Arun Gemini
Among the poets who have done the work of giving a sharp edge to the presentation in Kavi Sammelan, Arun Jaimini is also a prominent name of them. 30 years ago pure poetry was the hallmark of Kavi Sammelan. Gradually the trend changed. Earlier Kaka Hathrasi, Shail Chaturvedi, Omprakash Aditya, Allad Bikaneri, and Gemini Haryanvi brought Hasya Kavita to the stage.
अरुण जैमिनी ( संक्षिप्त परिचय )
जन्म तिथि : 22 अप्रेल 1959;
जन्म स्थान : New Delhi, India
कवि सम्मेलनों में प्रस्तुतिकरण को धार देने का काम जिन कवियों ने किया है उनमें अरुण जैमिनी एक प्रमुख नाम है। 30 साल पहले शुद्ध कविता कवि सम्मेलन की पहचान थी। धीरे-धीरे चलन बदला। इससे पहले काका हाथरसी, शैल चतुर्वेदी, ओमप्रकाश आदित्य, अल्हड़ बीकानेरी और जेमिनी हरियाणवी ने हास्य कविता को मंच पर उतारा।
उनके बाद की पीढ़ी ने त्वरित हास्य के लिए चुटकुलों का इस्तेमाल किया। जो धीरे-धीरे प्रचलन में आ गया। आज अधिकांश हास्य कवि, कवि सम्मेलन में कविता के साथ-साथ चुटकुलों का भी प्रयोग करते हैं। लेकिन चुटकुला सुनाने का जो सलीका और तरीका अरुण जैमिनी के पास है। किसी और के पास नहीं है | सुनने वाले उनके दीवाने हैं। अरुण जैमिनी को कविता विरासत में मिली है । उनके पिता जैमिनी हरियाणवी अपने समय के सुप्रसिद्ध हास्य कवि थे। अरुण जैमिनी हास्य कवि सम्मेलन में विगत 35 वर्षों से लगातार मंचों पर सक्रिय है।
हिंदी कवि सम्मेलन में उनकी उपस्थिति श्रोताओं के मन में स्वत: ही हंसी पैदा कर देती है। कविता हो या चुटकुला अरुण जैमिनी का हरियाणवी अंदाज उन्हें अलग पहचान देता है। उनकी कई कविताएँ हास्य कवि सम्मेलन में एक ट्रेंड मार्क बन गई हैं। अरुण जैमिनी का नाम उन कवियों में शीर्ष पर रखा जाता है जिनकी उपस्थिति हिंदी कवि सम्मेलन के समृद्ध बनाती है | हिंदी कविता का मंच उनकी उपस्थिति से गौरवान्वित हो जाता है। आज अरुण जैमिनी की मंच पर उपस्तिथि कवि सम्मेलन की सफलता की गारंटी मानी जाती है |
अरुण जैमिनी जी को अनेक पुरुस्कार और सम्मान मिल चुके हैं जिनमें हरियाणा गौरव (Government of Haryana), Omprakash Aditya सम्मान, kaka Hathrasi हास्यरत्न सम्मान (2000), तरुण श्री सम्मान, काव्य शिखर सम्मान, Kaka Hathrasi सम्मान (Hindi Academy, Government of Delhi), मुस्कान सम्मान, मुस्कान सम्मान, ठहाका सम्मान इसके अतिरिक्त और बहुत से सम्मान और पुरुस्कार अरुण जैमिनी जी को मिल चुके हैं हिंदी के लगभग सभी चैनलों से जहाँ से भी कविता सम्बन्धी कोई कार्यक्रम होता है अरुण जैमिनी आपको नज़र आएंगे | जैसे Doordarshan, NDTV India, Delhi Aaj Tak, Aaj tak Tez, Aaj Tak, Zee TV, Chhappar Phaad Ke, Zee TV, Chhappar Phaad Ke, India TV, Dabang TV, Zee News Kavi Yuddha, Sony TV, The Kapil Sharma Show, Jansandesh, Live India, Jain TV, SAB TV, Waah Waah kya Baat Hai, News 18 India, lapete Mein Netaji
लगभग एक दर्ज़न से अधिक देशों की यात्राएं अरुण जैमिनी के नाम दर्ज़ हैं |
The generation after them used jokes for quick humor. Which gradually came into vogue. Today, most of the Hasya Kavi use jokes in Kavi Sammelan along with poetry. But no one else has the way of paying jokes which Arun Jaimini has. The listeners are crazy about him. Arun Jaimini inherited poetry. His father Jaimini Haryanvi was a well-known Hasya Kavi of his time. Hasya Kavi Sammelan has been continuously active for the last 30 years on different platforms.
अरुण जैमिनी की कविता
पुलिस को रंगरूटों का दस्ता चाहिये था नया
हरियाणे का राधेश्याम भी इंटरव्यू देने गया
इंटरव्यू में पूछा गया सिर्फ़ एक सवाल
राधे ने बना दिया सवाल का बवाल
सवाल था-
आप सेब खरीदने जाओगे
तो पचास रूपये किलो के हिसाब से
सौ ग्राम के कितने पैसे देकर आओगे ?
राधे बोला-
अगर मैंने सौ ग्राम सेब के भी पैसे दिये
तो पुलिस में भर्ती हो रहा हूँ क्या ऐसी-तैसी कराने के लिये ?
साहब को जवाब में मजा आया , उन्होंने सवाल को आगे बढ़ाया
अच्छा !
मैं खरीदने जाऊं तो मुझे कितने के मिलेंगे ?
राधे बोला-
आवाज करो !
पूरी पेटी आपके घर भिजवा देंगे
अच्छा तुम्हारी पत्नी तो पुलिस में नहीं है ना ?
वो जायेगी तो सौ ग्राम सेब के कितने पैसे देकर आयेगी ?
राधे बोला साहब !
मैं अपनी पत्नी को आपसे ज्यादा जानता हूं
उसे खरीदारी का है बहुत चाव
पर उसे सौ ग्राम खरीदने होंगे
तो सौ ग्राम का ही पूछेगी भाव
अच्छा तुम्हारा भाई जाये तो !
जी ! भाई को तो मैंने कई बार बाजार जाते देखा है
पर वो तो हर बार पान लेकर ही आता है
अच्छा तुम्हारी बहन जाये कोई
अच्छा तुम्हारी बहन जाये कोई ?
जी ! मेरी एक बहन थी
उसकी शादी हो गई
अब वो जाने या बहनोई…
राधेश्याम तुम्हारे पिताजी भी तो बाजार जाते हैं ?
जी ! उनके दांत नहीं वो बस केले खाते हैं
आप मुझे एक बात बताओ श्रीमान !
तनख़्वाह तो दोगे एक आदमी की
और सेब खरीदने पे लगा दिया पूरा खानदान
तुम्हारा कोई दोस्त है राधेश्याम ?
तुम्हारा कोई दोस्त है राधेश्याम ?
हां जी, है ! सीताराम !
वो सेब खाता है ?
हां, कोई खिलाये तो खा लेता है
साहब आपने भी सवाल को खूब खींचा है
लगता है आपका कोई सेब का बागीचा है
कुछ भी हो पर आप अपना जवाब ले लो
सीताराम फल वाले को पांच रूपये देगा
और कहेगा इतने के सेब दे दो !
पर इतने के कितने ?
अब ये तो सेब वाले की मर्जी
इतने के दे दे कितने
आम आदमी को सेब खरीदने के लायक ही कहाँ छोड़ा ?
अच्छा छोड़ो ! कोई आम आदमी जाये
तो वो सौ ग्राम सेब के कितने पैसे देकर आय़े ?
आम आदमी का नाम सुनते ही राधेश्याम सीरियस हो गया थोड़ा
बोला आप लोगों ने आम आदमी को सेब खरीदने के लायक ही कहां छोड़ा ?
आम तो सेब का ठेला लगाता है
खरीदने तो खास ही जाता है
आजकल राधेश्याम सब्जीमंडी में डंडा फटकारते हैं
राधेश्याम ! तुमने तो जरा सी बात का बना दिया बवाल
राधे बोला साहब ! मुझे तो शुरू से ही पसंद नहीं है सवाल
मेरे विचार में संसार में आज जितनी भी गड़बड़ है
असल में सेब ही उसकी जड़ है
अगर उस दिन आदम और हउवा उस दिन एक सेब नहीं खाते
तो ना मैं यहाँ आता ना आप यहां आते
ना सौ ग्राम होता ना पांच सौ ग्राम
ना आप साहब होते ना मैं राधेश्याम
इंटरव्यू का ये हुआ परिणाम
कि आजकल राधेश्याम सब्जीमंडी में डंडा फटकारते हैं
खुद तो भरपेट खाते हैं और साहब के लिये सौ ग्राम भिजवाते हैं
His presence in the Hindi Kavi Sammelan automatically creates laughter in the listeners. Be it poetry or jokes, Arun Jaimini’s Haryanvi style gives him a unique identity. Many of his poems have become a trend mark in the Hasya Kavi Sammelan. Arun Jaimini’s name is placed on the top among those poets whose presence is imagined on the prosperous stage of Hindi Kavi Sammelan or to say that the stage of Hindi poetry becomes dignified with the presence of them. Today Arun Jaimini has become synonymous with Hasya Kavi Sammelan.
If you are interested in organizing a Hasya Kavi Sammelan, we kindly request that you share your preferred dates with us. Together, we can collaborate to ensure a successful event. Please feel free to contact us at +91-801-05-99955 or via email at kavisammelanshow@gmail.com.